अपना देश त्याग कर,भारत रहने आईं "मार्टा" ने यूपी के गावों में किया Evapotranspiration Toilet का निर्माण:




मार्टा, अमेरिका में अपने सभी सुखों को छोड़कर, 2012 में भारत चली आईं और यूपी के जाटपुर में रहने लगी । वह स्वाभाविक रूप से अपने आप साफ होने वाले , कम लागत और कम रख रखाव वाले शौचालयों का निर्माण कर रही हैं , जिन्हें रख-रखाव या मानव मलमूत्र को व्यवस्थित करने की कोई आवश्यकता नहीं है। शौचालय मॉडल को 'ई-वेपो ट्रांस्पिरेशन शौचालय '('Evapotranspiration Toilet) कहा जाता है।

मार्टा ने 140 से अधिक शौचालय बनाए हैं जिनमें से 82 शौचालय,अपने साधनों से बनाए थे। प्रत्येक स्व-सफाई शौचालय की लागत 10,600 रुपये है जबकि सरकारी योजना के तहत सामान्य शौचालय की कीमत 17,000 रुपये है।



शौचालय में विभिन्न परतें होती हैं जो टैंक को साफ करने के लिए मिलकर काम करती हैं। शौचालय की वजह से न तो कोई मिट्टी प्रदूषण है और नहीं जल प्रदूषण।

फिक्की रिसर्च एंड एनालिसिस सेंटर ने शौचालयों से मिट्टी और पानी के नमूने एकत्र किए। परीक्षण किए गए आवश्यक पैरामीटर मानक  सीमाओं के ही भीतर हैं। परिक्षण के दौरान, शौचालय के पास स्थित पीने के पानी के पंप्स में कोलिफोर्म और ई-कोली मौजूद नहीं था।

मार्टा दूरस्थ गांवों में 100 और शौचालय बनाने का लक्ष्य रख रही है। 







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